बूंदी. प्रचण्ड धूप व लू के थपेडों से बचने के लिए नरेगा कार्य के समय में कटौती कर दी गई है। बुधवार से नरेगा श्रमिक सुबह 6 से 10 बजे तक यानि चार घंटे ही काम करेंगे। इस दौरान टास्क को भी घटाकर आधा कर दिया गया है। इस सम्बन्ध में सभी जिला परिषदों को मंगलवार को आदेश मिल गए हैं। राज्य के विभिन्न इलाकों में पड रही भीषण गर्मी को देखते हुए बूंदी सहित अन्य स्थानों से नरेगा कार्य समय में परिवर्तन करने के आग्रह राज्य सरकार को भेजे गए थे। राज्य सरकार ने गर्मी की विकटता को देखते हुए काम का समय घटा दिया। इससे पहले नरेगा श्रमिक सुबह 6 से अपराह्न 3 बजे तक नौ घंटे काम करते थे।
टास्क भी घटाया
काम के समय में कटौती के साथ-साथ श्रमिकों को टास्क में आधी कमी का तोहफा भी दिया गया है। यानि अब उन्हें आधा काम करना होगा और भुगतान उसे पूरे टास्क का मिलेगा
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चित्तौडगढ. चित्तौडगढ जिले में भीषण गर्मी को देखते हुए जिला प्रशासन ने महानरेगा के समय में बदलाव किया है। बुधवार से कार्य समय सुबह 6 से 10 बजे तक रहेगा।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अघिकारी बी.एस. गर्ग ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से गर्मी के चलते कार्य स्थल पर कई श्रमिक बीमार हो गए थे। इसे देखते हुए बुधवार से कार्य समय परिवर्तित कर दिया गया। नरेगा का समय बदलने से अब श्रमिकों को राहत मिल सकेगी
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नरेगा : अब आधा काम, पूरी मजदूरी
महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना के मजदूरों को अब आधा कार्य करने पर भी पूरी मजदूरी का भुगतान किया जाएगा। इसके अलावा कार्यस्थल के समय में भी दो घंटे की कटौती की गई है। राज्य सरकार ने प्रदेश में पिछले दिनों से पड़ रही भीषण गर्मी को देखते हुए यह आदेश जारी किए हैं। प्रदेश में भीषण गर्मी के कारण जनमानस काफी आहत है। इसका असर महानरेगा के तहत कराए जा रहे निर्माण कार्यो पर भ्ीा हो रहा है। शेष & पेज १३
नरेगा श्रमिकों के टास्क पूरा नहीं करने के कारण उनको पूरी मजदूरी नहीं मिल पा रही थी। इस बारे में जयपुर में 25 मई को राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक हुई। इसमें प्रदेश में तापमान 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने को लेकर चिंता जताई गई तथा मजदूरों को दिए जाने वाले टास्क में कमी करने के साथ कार्य करने का समय भी सुबह दस बजे तक करने का निर्णय लिया गया। यह आदेश बुधवार से ही लागू हो जाएगा तथा मानसून आने तक लागू रहेगा। ईजीएस आयुक्त एवं शासन सचिव तमन्य कुमार सभी कलेक्टर को भेजे गए पत्र में बताया गया है कि प्रदेश में वर्तमान में तापमापी पारा 49 के इर्द गिर्द घूम रहा है। राज्य में भीषण गर्मी एवं लू चल रही है। ऐसे में नरेगा के तहत कार्य करने वाले मजदूरों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसी को देखते हुए नरेगा के मजदूरों को दिया जाने वाला टॉस्क 26 मई से 50 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है।
जयपुर। राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना की प्रभावी एवं पारदर्शिता पूर्ण क्रियान्विति सुनिश्चित करने के लिए श्रम एवं रोजगार विभाग की ओर से आरमोल के माध्यम से कार्मिकों को प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। यह जानकारी प्रमुख शासन सचिव श्रम एवं नियोजन मनोहरकांत ने सोमवार को शासन सचिवालय में आयोजित विभागीय अधिकारियों की बैठक में दी। उन्होंने बताया कि योजना से जु़डे तकनीकी एवं अन्य कार्मिकों को पत्रावलियों के बेहतर रख-रखाव सहित कार्यालय व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण, नियमों एवं प्रक्रियाओं का प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि राज्य में बेरोजगार युवक युवतियों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए वृहद् रोजगार मेले आयोजित किए जाएंगे। रोजगार मेलों में देश-विदेश की प्रतिष्ठित कम्पनियों को आमंत्रित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य में आरमोल के माध्यम से ही बेरोजगार युवक युवतियों को योग्यता के अनुसार प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि विभागों में जु़डे प्रमुख विषयों पर कार्यशालाएं आयोजित की जाए जिससे समस्याओं का समाधान निकाला जा सके। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आने वाले मुद्दों पर मार्ग दर्शन लेकर ऎसी कार्य विधि अपनायी जाए जिससे उनका समाधान तत्परता से हो सके। साथ ही श्रम विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि श्रम कानूनों की प्रभावी क्रियान्विति सुनिश्चित की जाएश्रम एवं रोजगार विभाग नरेगा कार्मिकों को देगा आरमोल से प्रशिक्षण 26 अप्रेल , 2010
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