नरेगा कर्मियों की हड़ताल शुरू
Source: भास्कर न्यूज & निवा� | Last Updated 01:20(15/02/11)
महात्मा गांधी नरेगा कर्मचारी संगठन ने दो दिन की कलमबंद हड़ताल सोमवार से शुरू कर दी है। नरेगा कार्मिकों ने बताया कि ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग द्वारा हाल ही कार्मिकों के संबंध में अनुबंध का नवीन प्रारूप लागू किया है, जिसमें कार्मिकों के हितों का ध्यान नहीं रखा गया है। इसके अलावा सात सूत्रीय मांगों को लेकर नरेगाकार्मिकों ने दो दिन के लिए कलमबंद हड़ताल शुरू कर प्रदर्शन किया व एसडीएम तथा विकास अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। नरेगा कार्मिकों द्वारा मुख्यमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी को सौंपे ज्ञापन में सात सूत्रीय मांगे शामिल है।
इनमें नरेगा कार्मिकों को नियमानुसार स्थायी करने, छठे वेतन आयोग का लाभ देने, ग्राम रोजगार सहायकों के निरस्त किए स्थायी पदों को बहाल करते हुए शेष समस्त संविदा कार्मिकों के स्थायी पदों का सृजन करने व वर्तमान में कार्यरत कार्मिकों की स्थायी नियुक्ति करने, पांच दिवसीय सप्ताह करने, संविदा कार्मिकों को सवेतनिक अवकाश स्वीकृत करने, संविदा सेवा शर्तों के अनुरूप पीएफ की कटौती करने व मेडिकल एवं दुर्घटना बीमा की व्यवस्था करने की मंागें शामिल है। ज्ञापन देने वालों में मोतीलाल, रघुवीर, लालाराम, शिवचरण, ताराचंद, रामअवतार सहित सभी नरेगा कार्मिक उपस्थित थे।
टोंक & महात्मा गांधी नरेगा कर्मचारी संगठन ने मांगों के समर्थन में सोमवार से दो दिन की कलमबंद हड़ताल शुरू कर दी। कर्मचारियों ने एसडीएम को दिए गए ज्ञापन में बताया कि सभी कार्मिक नरेगा योजनांतर्गत संविदा पर कार्यरत है।
ग्रामीण विकास एवं पंयायतीराज विभाग द्वारा संविदा पर कार्यरत कार्मिकों के संबंध में अनुबंध का नवीन प्रारुप लागू किया गया है। इस संबंध में सभी नरेगा कर्मचारी १४ फरवरी से दो दिन की कलमबंद हड़ताल पर है। राज्य सरकार ने संविदा कार्मिकों को मांगें नहीं मानी तो १७ फरवरी से अनिश्चितकालीन कमलबंद हड़ताल करेंगे।
टोडारायसिंह. टोडारायसिंह के नरेगा योजनान्तर्गत संविदा पर कार्यरत कार्मिकों ने लागू किए गए नवीन प्रारुप में हितों का ध्यान नहीं रखने पर मुख्यमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी गोपालराम बिरदा को सात सूत्रीय ज्ञापन सौंपा है। साथ हीं दो दिन का कलमबंद आंदोलन का आह्वान
किया है।
नरेगा कार्मिकों ने ज्ञापन से मुख्यमंत्री को अवगत करवाया है कि वे नरेगा में संविदा पर कार्यरत है। ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग द्वारा अनुबंद का नया प्रारुप लागू किया गया है। उसमें नरेगा कार्मिकों के हितों का ध्यान नहीं रखा गया है। इसलिए उन्होंने दो दिन का कलमबंद आंदोलन किया है। फिर भी उनकी मांगें नहीं मानी गई तो 17 फरवरी से अनिश्चितकालीन कलमबंद आंदोलन किया जाएगा।
ये हंै नरेगा कार्मिकों की मांगें
नरेगा कार्मिकों को नियमानुसार स्थायी किया जाए, छठे वेतन आयोग अनुसार वेतन लाभ दिया
जाए, ग्राम रोजगार सहायकों के निरस्त किए स्थायी पदों को बहाल करते हुए शेष समस्त संविदा कार्मिकों के स्थायी पदों का सृजन किया जाकर वर्तमान में कार्यरत कार्मिकों की हीं स्थायी नियुक्ति की जाए, छह दिवसीय सप्ताह के स्थान पर पांच दिवसीय सप्ताह किया जाए,
स्थायी कार्मिकों की तरह संविदा कार्मिकों को भी सवैतनिक अवकाश की स्वीकृति दी जाए, 9 जनवरी, 2007 की संविदा सेवा शर्तों के
अनुसार पीएफ कटौती की जाए, मेडिकल एवं दुर्घटना बीमा की व्यवस्था राज्य सरकार द्वारा
की जाए।
महात्मा गांधी नरेगा कर्मचारी संगठन ने दो दिन की कलमबंद हड़ताल सोमवार से शुरू कर दी है। नरेगा कार्मिकों ने बताया कि ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग द्वारा हाल ही कार्मिकों के संबंध में अनुबंध का नवीन प्रारूप लागू किया है, जिसमें कार्मिकों के हितों का ध्यान नहीं रखा गया है। इसके अलावा सात सूत्रीय मांगों को लेकर नरेगाकार्मिकों ने दो दिन के लिए कलमबंद हड़ताल शुरू कर प्रदर्शन किया व एसडीएम तथा विकास अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। नरेगा कार्मिकों द्वारा मुख्यमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी को सौंपे ज्ञापन में सात सूत्रीय मांगे शामिल है।
इनमें नरेगा कार्मिकों को नियमानुसार स्थायी करने, छठे वेतन आयोग का लाभ देने, ग्राम रोजगार सहायकों के निरस्त किए स्थायी पदों को बहाल करते हुए शेष समस्त संविदा कार्मिकों के स्थायी पदों का सृजन करने व वर्तमान में कार्यरत कार्मिकों की स्थायी नियुक्ति करने, पांच दिवसीय सप्ताह करने, संविदा कार्मिकों को सवेतनिक अवकाश स्वीकृत करने, संविदा सेवा शर्तों के अनुरूप पीएफ की कटौती करने व मेडिकल एवं दुर्घटना बीमा की व्यवस्था करने की मंागें शामिल है। ज्ञापन देने वालों में मोतीलाल, रघुवीर, लालाराम, शिवचरण, ताराचंद, रामअवतार सहित सभी नरेगा कार्मिक उपस्थित थे।
टोंक & महात्मा गांधी नरेगा कर्मचारी संगठन ने मांगों के समर्थन में सोमवार से दो दिन की कलमबंद हड़ताल शुरू कर दी। कर्मचारियों ने एसडीएम को दिए गए ज्ञापन में बताया कि सभी कार्मिक नरेगा योजनांतर्गत संविदा पर कार्यरत है।
ग्रामीण विकास एवं पंयायतीराज विभाग द्वारा संविदा पर कार्यरत कार्मिकों के संबंध में अनुबंध का नवीन प्रारुप लागू किया गया है। इस संबंध में सभी नरेगा कर्मचारी १४ फरवरी से दो दिन की कलमबंद हड़ताल पर है। राज्य सरकार ने संविदा कार्मिकों को मांगें नहीं मानी तो १७ फरवरी से अनिश्चितकालीन कमलबंद हड़ताल करेंगे।
टोडारायसिंह. टोडारायसिंह के नरेगा योजनान्तर्गत संविदा पर कार्यरत कार्मिकों ने लागू किए गए नवीन प्रारुप में हितों का ध्यान नहीं रखने पर मुख्यमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी गोपालराम बिरदा को सात सूत्रीय ज्ञापन सौंपा है। साथ हीं दो दिन का कलमबंद आंदोलन का आह्वान
किया है।
नरेगा कार्मिकों ने ज्ञापन से मुख्यमंत्री को अवगत करवाया है कि वे नरेगा में संविदा पर कार्यरत है। ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग द्वारा अनुबंद का नया प्रारुप लागू किया गया है। उसमें नरेगा कार्मिकों के हितों का ध्यान नहीं रखा गया है। इसलिए उन्होंने दो दिन का कलमबंद आंदोलन किया है। फिर भी उनकी मांगें नहीं मानी गई तो 17 फरवरी से अनिश्चितकालीन कलमबंद आंदोलन किया जाएगा।
ये हंै नरेगा कार्मिकों की मांगें
नरेगा कार्मिकों को नियमानुसार स्थायी किया जाए, छठे वेतन आयोग अनुसार वेतन लाभ दिया
जाए, ग्राम रोजगार सहायकों के निरस्त किए स्थायी पदों को बहाल करते हुए शेष समस्त संविदा कार्मिकों के स्थायी पदों का सृजन किया जाकर वर्तमान में कार्यरत कार्मिकों की हीं स्थायी नियुक्ति की जाए, छह दिवसीय सप्ताह के स्थान पर पांच दिवसीय सप्ताह किया जाए,
स्थायी कार्मिकों की तरह संविदा कार्मिकों को भी सवैतनिक अवकाश की स्वीकृति दी जाए, 9 जनवरी, 2007 की संविदा सेवा शर्तों के
अनुसार पीएफ कटौती की जाए, मेडिकल एवं दुर्घटना बीमा की व्यवस्था राज्य सरकार द्वारा
की जाए।
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